Saturday 29 October 2016

मेरे प्यारों! मैंने ये ब्लॉग सिर्फ इसलिए नहीं बनाया कि आप मुझे पढ़ेंगे, अपितु यह इसलिए है की आप इसे पढ़ के राष्ट्र निर्माण और विश्वबंधुत्व की भावना को चहुँ ओर विस्तृत करेंगे। आशा है कि आप मुझे सहायता करेंगे।

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प्रेम-पत्र

प्रिये! तुम कहाँ हो? कैसी हो? इन सबके बारे में मुझे कुछ नहीं पता। सिर्फ कल्पनायें कर सकता हूँ, कि जहाँ हो, कुशल से हो। बीते एक साल में जीवन...